ज़हर नफ़रत का दिलों से मिटाया जाये !
एक वैक्सीन अब ऐसा भी बनाया जाये !!
रोग नफ़रत का सबसे बड़ा है दुनियाँ में ,
जितने बीमार हैं चुन चुन के लगाया जाये !!
कद बड़ा होने से कोई बड़ा नहीं होता,
उम्र को अक्ल का पैमाना ना बनाया जाये !!
फिर उसके बाद कुछ भी करायें हर्ज़ नहीं ,
पहले बच्चों को तालीम दिलाया जाये !!
छाँव गर चाहिए तो पेड़ लगाओ जाके,
उँगलियाँ सूरज पर यूँ ही ना उठाया जाये !!
अपने परिवार से गर थोड़ी भी मुहब्बत है,
शराब पी कर रोज घर को ना आया जाये !!
रचना -जयप्रकाश ,जय १८ जुलाई २०२१
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