Thursday, March 4, 2021

!!आदमी जब इस संसार में आ जाता है!!









रोज़  एक  झूठ अब बाज़ार  में आ जाता है !
और दूसरे दिन  अख़बार  में   आ  जाता है !!१ 
ख़ुद  को   ही जैसे  ख़ुदा  समझने लगतें  हैं ,
जीत कर  जो  भी  सरकार  में  आ जाता है !!२ 

बात  तो मन  की  वैसे  रेडियो  पर होती है ,
क्या  था मतलब  समाचार  में आ  जाता है !!३ 
घरों  का  ऐसे  अल्ला ही  मालिक  होता है ,
घर का झगड़ा जब  बाज़ार में आ जाता है !!४ 

ये  अंधेरे  फिर  घर  से  नहीं   निकलते  हैं, 
सूरज अपने जब  क़िरदार  में आ जाता है !!५ 
जिन्दा जाने  का  कोई  रास्ता  ना  होता है  ,
आदमी  जब  इस  संसार  में  आ  जाता है  !!६ 

रचना -जयप्रकाश ,जय 
०३/०३/२०२१ 


No comments:

Post a Comment