झूठ सच दोनों की भरमार है !
सोशल मीडिया दुधारी तलवार है !!१
एक ज़माना था, थे मुरीद इसके ,
परेशान आज पर सरकार है !!२
ज्ञान हर कोई बांटता है यहाँ ,
मगर कौ न लेने को तैयार है !!३
एक तरफ़ रौशनी की दुनियां है ,
एक तरफ़ उतना ही अंधियार है !!४
यहाँ हर चीज़ के पहलू हैं कई ,
एक तरफ़ देखना बेकार है !!५
लड़ाई मन के अधेरों से है,
क़लम ही बस मेरा हथियार है !!६
मुनादी गाँवों गाँवों हो रही ,
अब ना राजा पे इख़्तियार है !!७
फ़क़ीर भूखा ही सो जायेगा ,
अग़र सोचेगा शनिवार है !!८
इस जमाने को क्या हो गया ,
सच का कोई ना ख़रीदार है !!९
यहाँ सुख दुःख साथ रहते ,
इसी का नाम तो संसार है !!१०
इलाज़ ढूढना आसान ना 'जय'
पूरा सिस्टम ही बीमार है !!११
२८/०२/२०२१
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