हिम्मत से सच कहो तो बुरा मानते हैं लोग !! १
हवा के साथ चलने के आदी हैं हो गए ,
अच्छा बुरा बिल्कुल नहीं पहचानते हैं लोग !!२
फ़र्श से अर्श के जब रिस्तें हो तार तार ,
फिर फ़र्श पर ला देते हैं जब ठानते हैं लोग !!३
एक बार नजरों से गिर जातें हैं जो 'जय' ,
फिर लाख करें जतन नहीं मानते हैं लोग !!४
खुद की तलाश में ही ख़ुदा की तलाश है ,
खुद को क़रीब से कम ही जानते हैं लोग !!५
रचना -जयप्रकाश ,जय { jpj } २०१९
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