कृष्ण पर छुप छुप कर कंस वार करता है !
राजा जब डरता है अत्याचार करता है !!१
जुर्म करे कोई और पकड़ा जाये कोई
जुर्म कुबूलने को भी लाचार करता है !!२
डर जाने का अंजाम होता है यही 'जय'
वो बेगुनाहों को भी गिरफ़्तार करता है !!३
एक हाथ से देकर लेलेना दूजे हाथ ,
देने का झूठा बस इज़हार करता है !!४
एक बार की हो बात तो बात नहीं कोई ,
वो एक ही ग़लती बार बार करता है !!५
जो द्रोपती के साथ दुशासन ने किया ,
आजकल की मीडिया सरे बज़ार करता है !!६
रचना -जयप्रकाश ,जय १०/०१/२०१३ (१-५)
१६/०२/२०२१
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