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जंग-ए-मैदां में कृष्ण ,अर्जुन को ये समझाते हैं I
आत्मा मरती नहीं जिस्म बदल जाते हैं II
जिस्म लेता जनम, जिस्म फ़ना होता है ,
खिलौने मिट्टी के मिट्टी ही में मिल जाते हैं II
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रचना -जयप्रकाश ,जय १२/०१/२०२१
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