Saturday, January 9, 2021

IIदूसरा वनवास II



THE NEXT POEM COMING SOON.

राम जिसके लिए रावन से उलझ जाते हैं I
उसी  सीता  को  एक  तंज  पे ठुकराते हैं  II

-JAIPRAKASH ,JAI



No comments:

Post a Comment