Tuesday, December 1, 2020

IIगलतफ़हमिओं में जिया जा रहा हैII



समझ  सब  रहे   क्या  किया  जा  रहा है  I
   जो  मांगा   नहीं    वो   दिया  जा   रहा है II 1


लागु     करो     स्वामीनाथन    सिपारिश ,
  अगर  आप  से  कुछ   किया  जा रहा है II 2


    जिनके    लिए    सब ,  वही     हैं    परेशां   ,
     कोई   गेरखधन्धा     किया   जा रहा   है II 3


अमीरों    से   याराना    लगता  है  सायद ,
  ये सब उनकी ख़ातिर किया जा रहा है II 4


ये   ज़िद    की   नहीं  , वजूद   की लड़ाई ,
  इम्तहां सब्र  का  अब  लिया जा रहा है II 5


ये  कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग  फ़क़त  झुनझुना  है ,
 बड़े प्यार   से  सब   ठगा   जा   रहा  है II 6


यूँ    ही    नहीं    शोर   बरपा  जय   हरसू ,
   गलत कुछ ना कुछ तो किया जा रहा है II 7


तुम्हें  लग  रहा  ये  है  उनकी  की लड़ाई ,
 गलतफ़हमिओं  में जिया  जा  रहा है II
रचना -जय प्रकाश ,जय 
०१/१२/२०२० 

जय जवान जय किसान 

No comments:

Post a Comment