Thursday, November 26, 2020

IIबच्चे सयाने हो गये II



                 


     र्म   बूढ़े   हो   गए   मज़हब    पुराने   हो   गये I
     पर   निडर  विज्ञानं   के   बच्चे  सयाने  हो गये II 1

    बेवफा    कैसे   कहें   मुश्किलों   का   साथ  है ,
          दोस्तों   के  आचरण   लेकिन   बेगाने  हो  गये II 2


    जिंदगी ने खूब   दिल  खोलकर  उसको दिया ,

        जो यहाँ अपनी  खुदी के  खुद  दिवाने हो गये II 3

    ये कोई जादूगिरी है या की जय दिल का भरम ,

       आजकल   शब्दों के अलग अलग  माने हो गये II 4


  सुन रहे हैं  लवजिहादी एक खिलौना आ गया ,

      मंदिर मस्जिद के  खिलौने अब पुराने हो गये II 5

  सच बड़ा बेबस खड़ा है झूठ की दहलीज़ पर ,

     झूठ के अब हर तरफ अपने ठिकाने हो गये II 6

  रूह   को   अब   चाहिए   पैरहन   बदले  नए ,

      साथ  जीने  मरने  के  फैशन  पुराने   हो गये II 7

रचना- जयप्रकाश ,जय  [२५/११/२०२० ]

 

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