पर निडर विज्ञानं के बच्चे सयाने हो गये II 1
बेवफा कैसे कहें मुश्किलों का साथ है ,
दोस्तों के आचरण लेकिन बेगाने हो गये II 2
जिंदगी ने खूब दिल खोलकर उसको दिया ,
जो यहाँ अपनी खुदी के खुद दिवाने हो गये II 3
ये कोई जादूगिरी है या की जय दिल का भरम ,
आजकल शब्दों के अलग अलग माने हो गये II 4
सुन रहे हैं लवजिहादी एक खिलौना आ गया ,
मंदिर मस्जिद के खिलौने अब पुराने हो गये II 5
सच बड़ा बेबस खड़ा है झूठ की दहलीज़ पर ,
झूठ के अब हर तरफ अपने ठिकाने हो गये II 6
रूह को अब चाहिए पैरहन बदले नए ,
साथ जीने मरने के फैशन पुराने हो गये II 7
रचना- जयप्रकाश ,जय [२५/११/२०२० ]
Good lines,
ReplyDeleteKeep it up.