Sunday, August 9, 2020

IIटेलीविज़न का सच II

NEXT  POEM COMING SOON...
Trailer...










हद की सीमाएं   पार होती   हैं ,
जाके  मै तब क़लम उठाता  हूँ II

न  दिखे वो तो ख़त्म हो जाये ,
टेलीविज़न का सच बताता हूँ II
रचना -जयप्रकाश ,जय 

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