Saturday, August 8, 2020

II ख़ूब तैयारी रखें II

ग़ुलों    के    साथ   काटों   से   भी  यारी  रखें I
अगर   जीना  है   यहाँ   ख़ूब     तैयारी    रखें II१ 
काँच  के  घर में  रहने  का शौक़  ठीक मगर ,
कभी गलती से भी ना पत्थरों की उधारी रखें II२ 

सवाल   तुम   पे   उठाये  मज़ाल   किसका है ,
आप   तो   बस   अपनी   तक़रीर  जारी रखें II३ 
सुना  है  ओ  झूठ  सच   की  तरह  कहता है ,
उसे  सुने ज़रूर बस   थोड़ी   होसियारी रखें II४ 
चाँद  तारों   के    आगे    जहाँ   और    भी है 
आसमां    राह     दिखाएगा  जंग  जारी रखे II५ 
जिंदगी   रूप  बदलती  है  कभी  ख़त्म  नहीं ,
मगर  जाना  है  कहॉं  ज़रूर  जानकारी रखें II६ 

रचना-जयप्रकाश ,जय [09 MAY 2020] 
तक़रीर -भाषण




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