Satya Sahitya
poem writer/researcher
Friday, July 3, 2020
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The Next poem........
क़त्ल किसने किया नहीं हुज़ूर देखे हैं I
पर उसके हाथ में खंजर ज़रूर देखे हैं II
रचना - जयप्रकाश
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काव्यांगन काव्यगोष्ठी, शनिवार 27 अप्रैल 2024/ Kavyangan Kavygoshthhi 27 ...
!! जुर्म बरक़रार है !!
जो गुनहगार है वो आज भी फ़रार है ! बेगुनाहों पे मगर जुर्म बरक़रार है !!१ जलाया शहर जो ज़रूर जुर्म था उसका , जि...
!! जिंदगी का मेला !!
ऐ जिन्दगी तूने ये कैसा खेल खेला ! नगर सब पड़े सूने और मरघटों पर मेला !!१ यूँ तो जीना मरना नई बात नहीं है, लेकिन इस...
!!चाँद जब ख़ुल के मुस्कराता है !!
चाँदनी पर शबाब आता है ! चाँद जब ख़ुल के मुस्कराता है !!१ शराब ख़ुद जब पीने लगती है , आदमी जीते जी मर जाता है !!...
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लक्ष्मण रेखा अब यहाँ पार जो कर जायेगा ! बहुत मुम्किन है लंका में खुद को पायेगा !!१ है गुज़ारिश कुछ दिन बस और हद में रहें , खुद...
II जुलूस रौशनी का कल यही से गुजरेगा II
मोम बनकर पत्थर भी, एक दिन पिघलेगा I और सूरज जहॉं डूबा वहीँ से निकलेगा II १ सुकून चाहिए गर, दर्द से लड़ना होगा , ...
!!लगतें हैं सगे भाई!!
हो कांग्रेस या बीजेपी लगतें हैं सगे भाई ! होनहार किसानों ने ये बात है समझाई !!१ सत्ता के जब हों बाहर बनते हैं सब मसीहा , सत्त...
!! मकाँ शीशे का एक बनाऊँ क़्या !!
PART- 1 / Version-1.2 अकेले मैं ही सब वादे निभाऊं क्या ! बता क्या क्या करूँ मर जाऊँ क्या !! दाग़ चेहरे पर ...
!! जिंदगी पे बहुत भारी है !!
शहर से गांव तक फ़ैली हुई लाचारी है ! मग़र जंग सोशल मीडिया पर ज़ारी है !!१ उन्हें फुर्सत कहाँ चुनाव से 'जय' एक ह...
जरा पत्थर उछालो
जरा पत्थर उछालो---- जो चाहो ओ मिलेगा जरा ख्वाइस तो पालो । सजर पे पक गया है फल जरा पत्थर उछालो ।। 1 शह...
!!ख़ुदा का शुक्र भी मनाया करो !! version--3
किसी को घर अगर बुलाया करो ! हाथ साबुन से तुम धुलाया करो !!१ दरमियाँ फ़ासला बनाया करो ! अगर बाज़ार जब भी जाया करो !!२...
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