Sunday, January 29, 2023

 जनवरी २६, की दिलचस्ब कहानी सुनिए।
थोड़ा  इतिहास  मेरी  भी ज़ुबानी सुनिए।

बात १९३० की है नेहरू जी की अध्यक्षता
में काग्रेस का अधिवेशन हुआ और इसमें
एक महत्व पूर्ण निर्णय लिया गया, वो था
पूर्ण स्वाधीनता की मांग। मतलब अंग्रेज
सरकार कुछ भी करे हम पूर्ण स्वाधीनता
की घोषणा करेंगे,और घोषणा की भी गई।
२६ जनवरी १९३० को पहली बार हम
स्वाधीनता दिवस मनाए। अग्रेजों को बुरा
लगे या भला, निर्णय लिया गया कि इसे
सभी २६ जनवरी को दर बर्ष मनाएंगे और
२० वर्ष मनाते रहे।
जैसा कि ज्ञात है कि २६ नवंबर १९४९
को संविधान बन गया था, मगर लागू नहीं
किया गया , बहुत सोच विचार के बाद तय
हुआ,क्यूं ना हम दो महीने बाद स्वाधीनता
दिवस के दिन ही इसे लागू करें। और वही

हुआ भी और २६ जनवरी १९५० को लागू
किया जिसे गणतंत्र दिवस के रूप में
मनाने की परंपरा चली आ रही है। २६
नवंबर को हम संविधान दिवस मनाते हैं।
© जय प्रकाश विश्वकर्मा, मुम्बई

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