उठो लाल अब आँखें खोलो !
जाकर पानी से मुँह धोलो !!
सूरज ने भी ली अगड़ाई !
पूरब में लालिमा है छायी !!
फ़्रेश होकर जल्दी आ जाओ !
आधा ड्रेस पहन लो जावो !!
आज सुबह का क्लास तुम्हारा !
ऑनलाइन ही एक सहारा !!
चलो उठो अ ब करो ना देरी !
ख़त्म हो ग यी रात घनेरी !!
ईयर फ़ोन से कान चिपकावो!
मोबाइल पर आँख गड़ाओ !!
चलो उठो ना देर लगाओ !
टीचर जी को दरश दिखाओ !!
कहती हूँ जल्दी सो जाओ !
और सुबह जल्दी उठ जाओ !!
बात नहीं सुनते हो मेरी !
मुझको चिंता लाल है तेरी!!
बड़ी ही मुश्किल की घडी है!
कैसी विपदा आन पड़ी है!!
बचपन छिन जाने का डर है !
दहशत में हर गाँव शहर है !!
उठ जाओ ऊँ ऊँ ना बोलो !
जाकर जल्दी से मुँह धोलो !!
उठो लाल अब आँखें खोलो !!
-जयप्रकाश ,जय
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