Thursday, April 8, 2021

!! उठो लाल अब आँखें खोलो !!




उठो  लाल   अब आँखें  खोलो !
 जाकर  पानी   से   मुँह   धोलो !!

सूरज  ने    भी    ली   अगड़ाई !
 पूरब     में   लालिमा  है  छायी !!
फ़्रेश होकर  जल्दी  आ जाओ !
आधा  ड्रेस   पहन  लो  जावो  !!

आज सुबह का  क्लास तुम्हारा !
ऑनलाइन    ही    एक सहारा !!
चलो  उठो  अ ब  करो ना देरी !
ख़त्म   हो  ग यी   रात   घनेरी !!
 
 ईयर फ़ोन से  कान चिपकावो!  
  मोबाइल   पर   आँख  गड़ाओ !!
चलो  उठो   ना    देर  लगाओ !
 टीचर जी  को दरश दिखाओ !!

कहती   हूँ   जल्दी   सो जाओ !
और सुबह  जल्दी  उठ जाओ !!
बात     नहीं    सुनते   हो  मेरी !
 मुझको    चिंता    लाल  है तेरी!! 

बड़ी ही  मुश्किल की  घडी है! 
  कैसी   विपदा    आन   पड़ी है!! 
बचपन  छिन  जाने का  डर है !
  दहशत  में  हर   गाँव  शहर है !!

 उठ   जाओ  ऊँ  ऊँ  ना बोलो !
  जाकर   जल्दी  से  मुँह धोलो !!
   उठो  लाल  अब आँखें  खोलो !!

-जयप्रकाश ,जय 
   कुछ याद आया !


No comments:

Post a Comment