Tuesday, April 27, 2021

!! होशियार बड़े होते हैं !!









यहाँ    दरवेश   भी,  इनते    बड़े    होते     हैं !
जिनके  क़दमों  में  तख्तो ताज़  पड़े होते  हैं !!१ 

दौर मुश्किल भी,सर झुका के बात करता है, 
जब   सभी   लोग  एक   साथ  खड़े होते  हैं !!२

क्यूँ  ,  बड़े   लोग    छोटे   दिखाई     देते  हैं, 
पाँव  उनके कुछ  ज़मीन में भी  गड़े होते  हैं !!३ 

डूबते    ख़ुद   औरों     को  भी  डुबाते 'जय'
ख़ुदा  बनने   की  जो  ज़िद  पे अड़े  होते  हैं !!४

बनी    बनाई   वो   दुनियाँ   उजाड़  देता  है ,
फ़ैसले  उसके  जब  जब   भी   कड़े होते  हैं !!५ 

बड़ो  को   देखकर ,  ही   तो   बड़े   होते  हैं ,
छोटे  बच्चे जो   हैं , होशियार  बड़े   होते  हैं !!६ 
दरवेशसाधुसंन्यासी; फ़कीर
रचना -जयप्रकाश ,जय २६ अप्रेल २०२१ 

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