रोज पत्थर पे सर झुकायेगा !
देवता ख़ुद बख़ुद हो जायेगा !!१
धर्म पर आँच जब भी आयेगी ,
उसे विज्ञानं ही बचायेगा !!२
उसकी तस्वीर उभर आयेगी ,
मैं की तस्वीर जब मिटायेगा !!३
जिस्म मिट्टी का एक खिलौना है,
एक दिन मिट्टी में मिल जायेगा !!४
दिए में तेल जब तलक होगा ,
तब तलक रौशनी लुटायेगा !!५
काम करता जा कुछ भलाई का ,
वहां क्या जाकर मुँह दिखायेगा !!६
अपनी आँखों से ज़रा देखा कर ,
सच तुम्हें साफ़ नज़र आयेगा !!७
कल का एक सच बड़ा भयानक है ,
गांव को शहर निग़ल जायेगा !! ८
रचना -जयप्रकाश ,जय {jpj }
२६/ ०२/२०२१
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