Monday, June 1, 2020

डराया नहीं करते


मुश्किलों   से    डर   जाया   नहीं   करते ,
ख़्वाब की तरह   बिखर जाया नहीं करते II 

घरों  में  जिनके  छोटे  मासूम  बच्चे    हों ,
घऱों में ऐसे  ख़ाली हाथ  जाया नहीं करते II 

उजाला  और  अंधेरा कभी  साथ होते  हैं  ,

रौशनी  को अधेरों से  डराया  नहीं करते II 

उजाला  बाटना जिसका  पुराना धन्धा हो , 

ऐसे सूरज को चराग दिखाया नहीं करते II 

दिलों   के  शाह तो  सबसे अमीर होते  हैं  ,

देने  वाले   देके   जताया   नहीं     करते II 

जो  दूसरों  से गुलों  की जुस्तजू रखते  है  ,

दूसरों के लिए  काँटे बिछाया नहीं करते II 

जिनको जीने का सलीका आ गया हो जय , 

ख़ामख़ा  ग़मो  से   घबराया  नहीं करते II 

रचना -जयप्रकाश विश्वकर्मा , 
30 मई 2020 

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