दिल पर बस अब दर्द का पहरा रहता है !
पलकों पर ही आँसूं ठहरा रहता है !!1
दरिया को होगा गुरुर खुद पर लेकिन,
अपने हिस्से में बस सहरा रहता है !!2
भरते भरते एक ज़माना लगता है ,
घाव तंज का बड़ा ही गहरा रहता है !!3
बचपन के दिन बड़े ही कमसिन होते हैं,
हर आँखों में ख़्वाब सुनहरा रहता है !!4
चेहरे के अंदर भी चहरे होते हैं ,
कहने को बस एक ही चेहरा रहता है !!5
रचना -जयप्रकाश,जय ०८/०२/२०२१
No comments:
Post a Comment