ऐ वतन तुझको नमन तू मेरी जान है I
अमन और प्यार की पहचान है II१
जिसके आँगन में फूल सब रंग के,
नाम उसका ही हिंदुस्तान है II२
फक्र रहता है इस तिरंगे पर ,
वतन का तुझसे ही स्वाभिमान है II३
जमीं वो पावन न भला हो कैसे,
गोद में जिसके गीता और कुरान है II४
तेरे खेतों में शोभा जहाँ किसान है ,
तेरी ख़ातिर शहादत जहां सम्मान है II५
रचना -जयप्रकाश,जय
15 AUGUST 2020
IIआज़ादी के साथ जिम्मेदारी आती है II
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