Wednesday, August 26, 2020

समंदर घबराये...






गांधीगिरी   बड़े   बड़ो   को  रुलाये I
हौसले  के आगे     समंदर  घबराये II 1

इधर है  खाई  और उधर  है  कुआँ ,
जाएँ  किधर ओ समझ  में ना आये II 2
ये जिद है या सच के लिए है लड़ाई ,
देखेंगे  पहले   फैसला   तो     आये II 3
सत्य की  ताक़त का नुस्खा निराला ,
बड़े से  बड़ा झूठ  बौना  हो  जाये II 4

सच  का  प्रयोग  हमेशा   सफ़ल  है ,
तुम्हारा  करम  बापू  रस्ता दिखाए II 5

रचना -जयप्रकाश ,जय
  २५ /०८ /२०२० 

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