Friday, July 10, 2020

नादान बन जाते हैं वो....


जान  कर अनजान  बन  जाते हैं  वो I
 आजकल   नादान   बन जाते   हैं  वो II 1
पैर  की   जूती   जिनके   क़ानून  ही ,
 शौक   से   हैवान  बन   जाते  हैं  वो II 2
सर  पे  जो  आक़ाओं   का  हाथ हो ,
खुद  ही  शेरख़ान  बन  जाते   हैं  वो II 3
दौलत  का जब  नशा चढ़ता  है जय ,
बड़े  ही  बेईमान  बन  जाते  हैं   वो II 4
रास्ते  भर  हम  सफर  का साथ हो ,
रास्ते    आसान    बन   जाते हैं   वो II 5
मजहबों की  बेड़ियाँ  जो  काट  दें ,
पलों  में   इंसान  बन  जाते   हैं  वो II 6
शौक  से  पीले  ज़हर ना  उफ़ करे ,
एक दिन भागवान  बन जाते हैं  वो II 7
रचना -जयप्रकाश विश्वकर्मा 
09 जुलाई  2020 

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